पोस्टिंग हुई, वेतन तय नहीं किया, 15 जूनियर डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा
रायपुर। कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर मेकाहारा के 15 जूनियर रेसीडेंट डॉक्टरों ने वेतन नहीं मिलने और कोविड़ 19 से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए गुरूवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। हालांकि एस्मा लगे होने की वजह से इस्तीफा देने वाले जूनियर डॉक्टरों का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। एक जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रदेशभर में ऐसे 383 छात्र थे जिन्हें जूनियर रेसीडेंट बनाया गया था। पोस्टिंग तो कर दी गई लेकिन अब तक उनका वेतन तय नहीं किया गया है। रायपुर मेकाहारा के अलावा राजनांदगांव, रायगढ़, जगदलपुर में ऐसे डाक्टरर सेवाएं दे रहे थे। जूनियर रेसीडेंट डाक्टरों का कहना है कोरोना ओपीडी से लेकर आइसोलेशन वार्ड में उनकी ड्यूटी लगाई जा रही है। सिम्स बिलासपुर की एक जूनियर रेसीडेंट डाक्टर कोरोना संक्रमित हो चुकी है। उनका इलाज बिलासपुर कोविड अस्पताल में चल रहा है। बिलासपुर में जूनियर रेसीडेंट डॉक्टर के कोरोना संक्रमित होने के बाद यह आरोप लगाया जा रहा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। जान जोखिम में डालकर उन्हें अपना काम करना पड़ा रहा है। इनका यह भी आरोप है कि सीनियर डॉक्टर अस्पताल में नहीं रहते, फोन में ही जूनियर डॉक्टरों को डायरेक्शन देकर काम चला रहे है। जबकि सीनियर डॉक्टरों को हर माह मोटी तनख्वाह दी जा रही है और जूनियर रेसीडेंट डॉक्टरों के वेतन को लेकर कोई आता-पता नहीं है।