जनपद सीईओ सक्ती द्वारा लॉक डाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है, कोई कार्रवाई नहीं
सक्ती। सरकारी नियमों का उल्लंघन स्वयं जनपद पंचायत सक्ती के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरएस साहू द्वारा लगातार किया जा रहा है। लॉक डाउन को लेकर सरकारी नियम बने हुए है कि दो पहिया वाहन में एक व्यक्ति और चार पहिया वाहन में ड्राइवर के साथ एक व्यक्ति ही सफर कर सकते है।
वहीं इन नियमों की धज्जी स्वयं जनपद सीईओ ही उड़ा रहे हैं। एक तो सीईओ आरएस साहू मुख्यालय में ना रहकर चाम्पा से आना जाना करते हैं, वह भी कभी कभी काफी लेट आते हैं क्योंकि सीईओ जिस वाहन में आते हैं उसका पैसा मनरेगा के फण्ड से निकालता है ऐसे में अगर मनरेगा के प्रोजेक्ट अधिकारी को अगर दौर करना होता है तो सीईओ उस दिन अपने वाहन को भेजते हैं और दौरे के बाद जब मनरेगा प्रोजेक्ट अधिकारी वापस आते हैं तो फिर ड्राइवर गाड़ी लेकर चाम्पा जाता है फिर सीईओ जनपद कार्यालय सक्ती आते हैं। वही लॉक डाउन के समय भी सीईओ अपने साथ दो से तीन लोगों को चाम्पा से साथ लाते हैं। यहां देखने वाली बात ये है कि सीईओ जब सक्ती आते है तभी उनके साथ आने वाले जनपद के संविदा कर्मचारी और अकाउंटेंट आते हैं। इससे काम तो प्रभावित हो ही रहा है साथ ही लॉक डाउन के नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। वहीं लोगों का कहना है कि सीईओ आरएस साहू पर नियमों की धज्जियां उड़ाने और महामारी अधिनियम के उल्लंघन की धाराओं पर कार्रवाई होनी चाहिए। अगर सरकारी अधिकारी ही नियमों की धज्जियाँ उड़ाते रहेंगे तो आम जनता पर इसका प्रभाव भी गलत ही पड़ेगा।
जनक प्रसाद पाठक, कलेक्टर जांजगीर
इस संबंध में मैं क्या बोलूं एक अधिकारी को इतनी समझ होनी चाहिए कि उसे अपने मुख्यालय में ही रहना चाहिए। साथ ही श्री पाठक ने आगे कहा कि इस संबंध में आपलोगों को सीईओ जिला पंचायत से बात करनी चाहिए, सीईओ जिला पंचायत जनपदों के सीईओ के कंट्रोलिंग अधिकारी होते है।