हाय रे व्यवस्था…. क्वॉरेंटाइन सेंटरों में ठहरे मजदूरों को कोरोना से कहीं अधिक खतरा अव्यवस्थाओं…
बिलाईगढ़/सरसींवा. लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को अपने राज्य वापस आने के बाद 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाता है। क्वारंटाइन सेंटरों में ठहरे मजदूर को कोरोना से कहीं अधिक जान का खतरा वहां फैली अव्यवस्थाओं से हो रहा है। इसी बिलाईगढ़ ब्लॉक के सरसीवा क्षेत्र के क्वारंटाइन सेंटर में रखे मजदूर महिलाओं में से दो अलग-अलग जगह में रह रही महिला को बिच्छू के डंक मार दिया। इस दौरान लोगों में खलबली मच गई।
यह घटना 28 मई की रात ही है। क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम मनपसार के क्वारंटाइन सेंटर में एक महिला को रात 10 बजे बिच्छू ने डंक मारा, वही मुड़पार स्कूल के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रात के 2:30 बजे एक महिला को बिच्छू ने डंक मार दिया। बिच्छू के डंक मारने से खबर से सेंटर में हड़कंप मच गया। इसकी सूचना तत्काल उपसंचालक केंद्र बिलासपुर के ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक हेतराम कर्ष को दी गई। जानकारी मिलते ही उक्त कर्मचारी ने दोनों महिलाओं का इलाज किया। दोनों महिला अभी खतरे से बाहर है। गनीमत रही की समय रहते इलाज मिलने से बच गई वरना भी जा सकती थी।
जैजैपुर ब्लॉक में महिला को सांप ने काट लिया
जैजैपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत में बनाए गए धमनी क्वारंटाइन सेंटर की दावों की पोल तब खुली जब वहां पर सो रहे 23 वर्षीय महिला को सांप ने काट लिया। इस दौरान लोगों में खलबली मच गई।
हालाँकि महिला की इलाज जांजगीर अस्पताल में चल रही है स्थिति अभी स्थिर बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना जैजैपुर ब्लॉक की है, जैजैपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत धमनी कि रामकुमारी पति रामेश्वर कश्यप 32 वर्ष दोनों पति-पत्नी कमाने खाने पंजाब गए थे, जो 19 मई को वापस ट्रेन से चाम्पा पहुंचे। यहां से दोनों को क्वारंटाइन सेंटर धमनी भेजा गया था।
27 मई को लगभग सुबह 4 बजे सेंटर में रामकुमारी को सांप ने डस लिया, जिसकी जानकारी मिलते ही 108 के माध्यम से महिला को जांजगीर आईसोलेशन सेंटर भेजा गया। यहां महिला का ईलाज जारी है। इस घटना से धमनी सेंटर की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।